1 सेहतनामा – क्या सर्दियों में आप भी सिर दर्द से परेशान रहते हैं ?

सेहतनामा – क्या सर्दियों में आप भी सिर दर्द से परेशान रहते हैं ?

क्या आप भी सर्दियों में सिर दर्द से पीड़ित होते हैं? सर्दियों में थकान महसूस होती है और स्किन ड्राई रहती है। इसलिए, इनमें से कोई एक डिहाइड्रेशन या पानी की कमी हो सकती है। लेकिन ठंड में पानी कैसे कम हो सकता है? ठंड में पसीना भी नहीं आता, तो डिहाइड्रेशन कैसे हो सकता है?

आप भी ऐसा ही सोचते हैं, तो ठहरिए। डॉ. पवन कुमार गोयल, फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग, दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट (इंटरनल मेडिसिन) बताते हैं कि सर्दियों में तापमान कम होने पर भी डिहाइड्रेशन हो सकता है।

वैसे, ये कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं लगती। लेकिन यह लंबे समय तक जारी रहता है तो कब्ज, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी पत्थर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि सर्दियों में भी डिहाइड्रेशन का खतरा क्यों रहता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं?वैसे, ये कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं लगती। लेकिन यह लंबे समय तक जारी रहता है तो कब्ज, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी पत्थर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि सर्दियों में भी डिहाइड्रेशन का खतरा क्यों रहता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं?

  • ठंड में क्यों है डीहाइड्रेशन का खतरा

मैसाचुसेट्स जरनल हॉस्पिटल की एक अध्ययन के अनुसार, ठंड में शरीर से पसीना नहीं निकलता, प्यास कम लगती है और लोगों को अक्सर पानी पीना भी याद नहीं रहता।

  • क्या ज्यादा चाय और कॉफी पीने से भी हो सकता है डिहाइड्रेशन?

पानी चाय और कॉफी में भी हो सकता है। हम अधिक चाय या कॉफी पीकर भी हाइड्रेट रख सकते हैं। लेकिन चाय-कॉफी में पानी और कैफीन दोनों होते हैं। विभिन्न अध्ययनों ने पाया कि कैफीन में डाईयूरेटिक गुण होते हैं, जो यूरीन की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक अध्ययन ने भी पाया कि अधिक चाय-कॉफी पीने वाले लोगों का यूरीनेट करने का खर्च भी अधिक होता है। जो डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। मतलब, सर्दियों में अधिक चाय-कॉफी पीने से आप हाइड्रेट होने के बजाय उल्टा डीहाइड्रेट हो जाएंगे।

इसलिए चाय-कॉफी पीने  के बजाय आप सूप, काढ़ा या जूस को अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

  • सर्दियों में कितना पानी पीना चाहिए?

हमारे शरीर का लगभग ६० प्रतिशत पानी से बना है। मतलब हम पानी से बनाए गए हैं। इसके बावजूद, ये पानी हमेशा नहीं रहता। हमारे शरीर से हर दिन दो से तीन लीटर पानी पसीने और पेशाब के रूप में बाहर निकलता है। ये टॉक्सिक पदार्थ शरीर से बाहर निकालना भी आवश्यक है। मतलब, शरीर की अंदरूनी स्वच्छता के लिए पानी बहुत महत्वपूर्ण है।

अमेरिका की मायो क्लिनिक ने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 2.7 से 3.7 लीटर पानी की जरूरत होती है। लेकिन ये कोई स्पष्ट नियम नहीं हैं। उम्र, जेंडर और शरीर के हिसाब से हर दिन अलग-अलग मात्रा में पानी की आवश्यकता हो सकती है।

डॉ. पवन बताते हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति को हर दिन लगभग आठ गिलास पानी पीना चाहिए, या डिहाइड्रेशन के लक्षणों को देखते हुए। नीचे दिखाए गए क्रिएटिव आपको डिहाइड्रेशन के संकेत दे सकता है।

  • डिहाइड्रेशन क्यों हो सकता है खतरनाक

शरीर का तापमान संतुलित रखना, घातक पश्चिमी टॉक्सिकों को बाहर निकालना और मिनरल्स का संतुलन बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। “जल ही जीवन है” इसलिए नहीं कहा गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डायरिया से होने वाला डिहाइड्रेशन पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत की दूसरी सबसे बड़ी वजह है।

एम. डी. एंडरसन कैंसर सेंटर, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के अनुसार, डिहाइड्रेशन दिमाग में सूजन, किडनी फेलियर, कोमा, सीजर्स या मृत्यु भी हो सकता है। हमारे लिए पानी की महत्वपूर्ण आवश्यकता अब स्पष्ट हो गई है।

  • शरीर में नमी बनाए रखने के लिए करें ये उपाय

खाने की चीजों से हमारा शरीर प्रतिदिन की जरूरत का लगभग 20% पूरा कर सकता है। फाइबर से भरपूर खाना शरीर में पानी को स्थिर रखने में हमारी मदद कर सकता है। इसके विपरीत, कैफीन जैसे पदार्थ हमें अधिक पानी दे सकते हैं। इसलिए भोजन पर खास ध्यान दें।

शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए सबसे सस्ता और अच्छा उपाय पानी है। लेकिन शरीर से पानी निकलने से कुछ महत्वपूर्ण मिनरल्स और पानी की कमी होती है। पानी के साथ इन मिनरल्स का संतुलन बनाए रखना इसलिए भी महत्वपूर्ण है।

इसलिए सिर्फ पानी पीने की जगह खाने में भी पानी और मिनरल्स से भरपूर सामग्री शामिल करें। इसके लिए फल और सब्जियां खाएं। इनमें मिनरल्स भी हैं और 80–96% पानी हो सकता है।

  • शराब से भी बढ़ता है डिहाइड्रेशन

डिहाइड्रेशन भी शराब पीने के अगले दिन हैंगओवर का कारण हो सकता है। वास्तव में, अल्कोहल, कैफीन की तरह, शरीर में पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है। अल्कोहल भी वैसोप्रेसीन नामक हार्मोन का सीक्रिशन कम करता है, जिसके परिणामस्वरूप किडनी कम पानी अब्सॉर्ब करती हैं और यूरिनेशन बढ़ता है।

शराब पीने से भी डिहाइड्रेशन हो सकता है। यही कारण है कि अल्कोहल पीने के बाद पानी पीने का ध्यान रखें।

“जल ही जीवन” स्पष्ट रूप से सिर्फ ट्रक के पीछे लिखी गई लाइन नहीं है; यह आपके जीवन में लागू करने की बात भी है। इसलिए, शरीर को पानी चाहिए, चाहे वह ठंडा या गर्म हो। खाने में फाइबर युक्त सब्जियां और फल शामिल करें। हाइड्रेट रहें और अधिक चाय-कॉफी और अल्कोहल से बचें।

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